प्रीटर्म लेबर ( preterm labour) संकेत कारण व इलाज
प्रिटर्म लेबर _समय से पहले बच्चे को जन्म देना
दुनिया में अधिकांश महिलाएं ऐसी होती है जो कि बच्चों को समय से पहले यानी कि नौवें महीने में या से 37 में हफ्ते को पूरा होने से पहुंचे को जन्म दे देती है इसे premature labour labour या प्रीटम लेबर भी कहते हैं इसमें डिलीवरी डेट से डिलीवरी 3 हफ्ते पहले ही हो जाती है ऐसा अधिकांश कारणों से हो सकता है और यह गर्भावस्था के दौरान कुछ संकेत भी दिखाता है
प्रीमेच्योर लेबर के कई कारण हो सकते हैं सही से खानपान ना करना यह सबसे महत्वपूर्ण और कारण होता है क्योंकि अगर खानपान ना हो तो बच्चा कमजोर होता है और इससे premature लेबर का खतरा हो सकता है आइए जानते हैं कुछ कारण
- सही तरीके से खानपान ना होना
- गर्भावस्था में अच्छी प्रकार से देखभाल ना होना
- पहले premature delivery हुई हो
- पहली डिलीवरी के 6 _7 हफ्ते बाद ही दूसरा गर्भ धारण कर लेना
- मोटापा होना
- शराब सिगरेट आदि का सेवन करना
- गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह ना लेना
- अधिक भारी सामान को उठाना
यह है कुछ कारण जिसके कारण प्रीमेच्योर लेबर का खतरा बना रहता है इसलिए गर्भावस्था के दौरान खास करके डॉक्टर की सलाह लेने बहुत ही जरूरी होती है
गर्भावस्था के दौरान प्रीमेच्योर लेबर के संकेत (symtoms)
- डिलीवरी डेट से पहले थैली का फट जाना_premature लेबर का सबसे महत्वपूर्ण संकेत होता है डिलीवरी डेट से पहले थैली का फट जाना और यह बहुत ही आपातकालीन स्थिति होती है और इसमें मेडिकल सेवा की जरूरत होती है
- Vaginal डिस्चार्ज अधिक होना
- वाजाएनल डिस्चार्ज में बदलाव आना साथ में ब्लड आना
- पेट और पेल्विक हिस्से में दर्द होना या दबाव पड़ना
- पेट में संकुचन होना दर्द के साथ और दर्द के बिना भी
- हर 10 मिनट में संकुचन होना
- थोड़ी देर बाद संकुचन का बढ़ जाना
- पेट के निचले हिस्से में एठन जैसा महसूस होना जैसा कि गैस के दर्द में होता है
यदि महिला को यह सभी संकेत और कारण दिखाई देते हैं तो उने गायनेक्लॉजिस से संपर्क करना चाहिए क्योंकि डॉक्टर पेल्विक जांच से बता दें दते है कि डिलीवरी में कितना समय बचा है और इसमें डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दता है
Premature लेबर के इलाज
प्रेमाचोर लेबर का सबसे महत्वपूर्ण तरीका गर्भावस्था के दौरान अच्छी प्रकार से देखभाल करना होता है गर्भावस्था के दौरान अच्छी देखभाल ओर अच्छा खानपान प् प्रीमेच्योर लेबर होने से रोक सकता है और स इससे एक स्वस्थ शिशु का जन्म होता है यदि अच्छा खानपान नहीं होगा तो इसकी वजह से बहुत सी परेशानी हो सकती हैं
यदि प्रीमेच्योर लेबर के लक्षण दिखाई देते हैं तो महिला को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया जाता है वहां उसे मॉनिटर किया जाता है और जिन मामलों में नॉर्मल डिलीवरी नहीं हो सकती उनमें सिजेरियन ऑपरेशन किया जाता है और यहां महिलाओं को पहले ही सूचित कर दिया जाता है
यदि premature लेबर से बच्चे को किसी प्रकार का नुकसान होता है तो नॉर्मल डिलीवरी को टाल दिया जाता है और सर्जरी ऑपरेशन करने की सलाह दी जाती है और संकुचन को आसान बनाने के लिए और धीरे करने के लिए कुछ दवाइयां भी दी जाती है जिनमें मैग्निशियम सल्फेट अहम होता है
प्रेमचोर डिलीवरी से बचने के लिए महिलाओं को समय समय पर जांच करानी चाहिए
प्रिमाचोर डलिवरी के साइड इफेक्ट्स
- बच्चो में फेफड़ों की समस्या होना
- वजन का कम होना
- जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी होना
- बच्चे में दिमाग संबंधी प्रॉब्लम का खतरा होना
- बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होना
0 Comments: